30 जनवरी - 03 फरवरी 2025 | होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर
यतीन्द्र मिश्र एक प्रसिद्ध हिंदी कवि, संगीत और सिनेमा विद्वान हैं। उनके हिंदी कविता के चार संग्रह हैं, भारतीय शास्त्रीय संगीत और सिनेमा पर कई सुस्वीकृत पुस्तकें हैं, जिनमें गिरिजा (गिरिजा देवी पर आधारित), देवप्रिया (सोनल मानसिंह के साथ संवाद), सुर की बारादरी (उस्ताद बिस्मिल्लाह खान का जीवन और समय) और अख्तरी (बेगम अख्तर का जीवन और संगीत) शामिल हैं। उन्होंने फैजाबाद के गजेटियर का संपादन शहरनामा फैजाबाद शीर्षक से किया है और अयोध्या: परंपरा, संस्कृति, विरासत लिखी है। उनकी किताब, लता:सुर-गाथा ने 2017 में कुल छह पुरस्कार जीते, जिसमें सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए प्रतिष्ठित 64वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (स्वर्ण कमल) और सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल पुरस्कार शामिल हैं। वे 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की जूरी अध्यक्ष रहे| उनकी नई किताब, गुलज़ार: हज़ार राहें मुड़ के देखी फिल्म निर्माता गुलज़ार के जीवन और कार्यों पर आधारित है।
02 Feb | 05:30 PM - 06:20 PM | Venue - मुग़ल टेंट
84. सहेला रे: साहित्य और संगीत
मृणाल पांडे, यतीन्द्र मिश्र और कैथरीन स्कोफिल्ड संग संवाद
02 Feb | 01:00 PM - 01:50 PM | Venue - फ्रंट लॉन
58. गुलज़ार साहब
गुलज़ार और यतीन्द्र मिश्र संग संवाद सत्या सरन
02 Feb | 11:00 AM - 11:50 AM | Venue - दरबार हॉल
49. रामचरितमानस: द लिविंग लिगेसी
फिलिप लुटगेंडोर्फ, यतींद्र मिश्रा और हरीश त्रिवेदी संग संवाद प्रज्ञा तिवारी