30 जनवरी - 03 फरवरी 2025 | होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर

रंजीत होसकोटे

रंजीत होसकोटे के कविता संग्रहों में वैनिशिंग एक्ट्स, सेंट्रल टाइम, जोनाव्हेल, हंचप्रोज़ और आइसलाइट शामिल हैं। 14वीं शताब्दी की कश्मीरी फ़क़ीर के काम का उनका प्रशंसित अनुवाद, आई, लल्ला: द पोयम्स ऑफ लल डेड के रूप में सामने आया। इंटरनेशनल राइटिंग प्रोग्राम, यूनिवर्सिटी ऑफ़ आयोवा के एक फेलो के तौर पर  होसकोटे को सम्मानित किया गया है| उन्हें साहित्य अकादमी स्वर्ण जयंती पुरस्कार और जेएलएफ-महाकवि कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार से भी नवाज़ा गया है|

Sessions

03 Feb | 1:00 PM - 1:50 PM | Venue - दरबार हॉल

109. फर्स्ट एडिशन: “इब्राहीम अल्काज़ी: होल्डिंग टाइम कैप्टिव” बाय अमाल अल्लाना

अमाल अल्लाना संग संवाद रंजीत होस्कोटे


01 Feb | 01:00 PM - 01:50 PM | Venue - बैठक

15. सोमा: पोयम्स बाय ए.के.रामानुजन; संपादन: गुइलेर्मो रोद्रिगुएज और कृष्णा रामानुजन

गुइलेर्मो रोद्रिगुएज और कृष्णा रामानुजन संग संवाद रंजीत होस्कोटे


02 Feb | 05:30 PM - 06:20 PM | Venue - दरबार हॉल

85. इन्वोकिंग द म्यूज: पोएट्री ऑवर

अरुंधति सुब्रमण्यम, रंजीत होस्कोटे और नवीन किशोर, परिचय: अनीशा लालवानी


03 Feb | 02:00 PM - 02:50 PM | Venue - फ्रंट लॉन

111. कन्हैयालाल सेठिया अवार्ड

जूरी: नमिता गोखले, सुकृता पॉल कुमार, रंजीत होस्कोटे और सिद्धार्थ सेठिया


वक्ता