30 जनवरी - 03 फरवरी 2025 | होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर
रंजीत होसकोटे के कविता संग्रहों में वैनिशिंग एक्ट्स, सेंट्रल टाइम, जोनाव्हेल, हंचप्रोज़ और आइसलाइट शामिल हैं। 14वीं शताब्दी की कश्मीरी फ़क़ीर के काम का उनका प्रशंसित अनुवाद, आई, लल्ला: द पोयम्स ऑफ लल डेड के रूप में सामने आया। इंटरनेशनल राइटिंग प्रोग्राम, यूनिवर्सिटी ऑफ़ आयोवा के एक फेलो के तौर पर होसकोटे को सम्मानित किया गया है| उन्हें साहित्य अकादमी स्वर्ण जयंती पुरस्कार और जेएलएफ-महाकवि कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार से भी नवाज़ा गया है|