30 जनवरी - 03 फरवरी 2025 | होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर
प्रभात रंजन एक कथाकार, अनुवादक और संपादक हैं| उनकी किताब कोठागोई तवायफों के इतिहास पर नज़र डालने वाली पहली हिंदी किताब है| प्रभात के दो कहानी संग्रह भी प्रकाशित हुए हैं: जानकी पुल और बोलेरो क्लास | आपने 30 से अधिक किताबों का अनुवाद भी किया है, जिनमें ऐन फ्रैंक की डायरी, मोहसिन हामिद का उपन्यास मोथ स्मोक और खुशवंत सिंह की किताब खुशवंतनामा शामिल हैं| आपको सहारा समय कथा और प्रेमचंद सम्मान से भी सम्मानित किया गया है| रंजन एक प्रतिष्ठित ब्लॉगर हैं, और उन्हें 2014 में ABP न्यूज़ बेस्ट ब्लॉगर के अवार्ड से सम्मानित किया गया था| वर्तमान में वे ज़ाकिर हुसैन कॉलेज में पढ़ाते हैं और सांस्कृतिक-साहित्यिक वेबसाइट जानकीपुल का संचालन करते हैं|