30 जनवरी - 03 फरवरी 2025 | होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर
मृदुला गर्ग के रचना-संसार में लगभग सभी गद्य विधाएँ सम्मिलित हैं। उपन्यास, कहानी, नाटक, निबन्ध, यात्रा-संस्मरण, कटाक्ष आदि। प्रकाशित प्रमुख पुस्तकें हैं: उसके हिस्से की धूप, वंशज, चित्तकोबरा, अनित्य, मैं और मैं, कठगुलाब, मिलजुल मन और वसु का कुटुम | उनके संग्रह कठगुलाब को ‘व्यास सम्मान’ और मिलजुल मन को ‘साहित्य अकादेमी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया| कठगुलाब दिल्ली यूनिवर्सिटी के बी.ए. पाठ्यक्रम तथा कई विश्वविद्यालयों में स्त्री-रचना/विमर्श पाठ्यक्रमों में शामिल है।
05 Feb | 11:00 AM - 11:50 AM | Venue - बैठक
196. द नैरेटि आर्च: मृदुला गर्ग और कल्पना रैना
मृदुला गर्ग और कल्पना रैना संग संवाद अदिति महेश्वरी गोयल
05 Feb | 05:00 PM - 05:30 PM | Venue - दरबार हॉल
223. फर्स्ट एडिशन: “चाबियाँ उम्मीदों की” बाय ममता पंडित
ममता पंडित संग संवाद इरा टाक, लोकार्पण: मृदुला गर्ग
04 Feb | 05:00 PM - 05:30 PM | Venue - बैठक
182. फर्स्ट एडिशन: “शकुन्तला’स डॉटर” बाय इति सामंता
इति सामंता, अनुवाद: डॉ. दीप्ती पटनायक, परिचय: सौम्या दुग्गल, संबोधन मृदुला गर्ग
03 Feb | 11:00 AM - 11:50 AM | Venue - दरबार हॉल
97. बैन्ड, बर्न्ड एंड सेंसर्ड
मृदुला गर्ग, कल्पना रैना, मेव्रे एमरे और नवदीप सूरी संग संवाद नीलांजना एस. रॉय
03 Feb | 05:00 PM - 05:30 PM | Venue - दरबार हॉल
130. फर्स्ट एडिशन: सियासत, शिवानी सिब्बल द्वारा, ट्रांसलेटेड बाय प्रभात रंजन
परिचय एस. निरुपम द्वारा, उसके बाद प्रभात रंजन की मीता कपूर से बातचीत। सियासत और समीकरण से रीडिंग। शिवानी सिब्बल, मृदुला गर्ग, प्रभात रंजन, एस निरुपम और मीता कपूर द्वारा लॉन्च